tag:blogger.com,1999:blog-2944663179403055995.post4034990755775271593..comments2022-11-25T03:10:34.218-08:00Comments on शब्द सृजन: प्यार के व्यापारिकरण का उत्सव....योगेश समदर्शीhttp://www.blogger.com/profile/05774430361051230942noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-2944663179403055995.post-11152634151818081962008-02-14T10:02:00.000-08:002008-02-14T10:02:00.000-08:00transprancy...वाह!!कहाँ और कैसे हैं??transprancy...वाह!!<BR/><BR/><BR/>कहाँ और कैसे हैं??Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2944663179403055995.post-67511547490205482642008-02-14T06:56:00.000-08:002008-02-14T06:56:00.000-08:00अरे वाह पर्सनल बातों को आपने यहाँ सबके सामने डाल द...अरे वाह पर्सनल बातों को आपने यहाँ सबके सामने डाल दिया है...अब तो बात करने से पहले सोचना ही पड़ेगा...:)सुनीता शानूhttps://www.blogger.com/profile/11804088581552763781noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2944663179403055995.post-75355377977405145362008-02-14T04:11:00.000-08:002008-02-14T04:11:00.000-08:00प्यार का बाजारवाद है कि आज के युवा इस तरह के चोचल...प्यार का बाजारवाद है कि आज के युवा इस तरह के चोचले में फंस रहे है, वेलेन्टाइन के नाम पर खुले आम नंगा नाच हो रहा है, प्यार के नाम पर 'धन्धा' हो रहा है और कुछ लोग इस धन्धे का सर्मथन कर रहे है। प्यार में में धन्धेबाजी का परिणाम ही अवैध संतान होती है। <BR/><BR/>खुलेपान का विचार रखना बहुत अच्छी बात है किन्तु खुलेपन में नंगई नही होनी चाहिऐ। प्यार में जो लिहाज होता है वह लिहाज प्यार का मजा दोगुना कर देता है। <BR/><BR/>मै नही मानता कि प्यार का इजहार गलत है, प्यार तो भारतीय परम्परा का अंग है, सही अर्थो में राम-सीता, उर्मिला-लक्षमण, राधा-कृष्ण से लेकर वर्तमान में हरिवंश राय बच्चन और तेजी बच्चन प्रेम के उत्तम उदाहरण है।<BR/><BR/>अगर खुले आम चुम्माचाटी ही प्यार का इजहार है तो वेलेन्टईन के सर्मथकों को मेरी शुभकामना है कि उनकी ऑखों के सामने अपनी प्रेमी/प्रेमिका को वेलेन्टाईन विश करें। <BR/><BR/>जय हिन्द - जय भारतPramendra Pratap Singhhttps://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.com